नई दिल्ली: मंगलवार को शेयर मार्केट में बड़ी गिरावट आई। दोपहर दो बजे तक सेंसेक्स एक हजार से ज्यादा अंक तक गिर गया। वहीं निफ्टी में भी 300 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई। शेयर मार्केट की इस गिरावट के कारण निवेशकों के दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए। मार्केट में गिरावट के कई कारण रहे। इसमें सबसे बड़ा कारण अमेरिका और चीन है।
गिरावट के 5 बड़े कारण
1. फेड मीटिंग से पहले घबराहट
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की कल नीति बैठक होगी। इस बैठक से पहले ही निवेशक सतर्क हो गए हैं। इस बैठक में केंद्रीय बैंक की ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। हालांकि लंबे समय में इसका असर भारतीय शेयर मार्केट के लिए अच्छा संकेत हो सकता है।
रुपये की तुलना में अमेरिकी डॉलर की कीमत लगातार बढ़ रही है। डॉलर इंडेक्स 106.77 पर स्थिर है, लेकिन इस साल इसमें 5% की तेजी आ चुकी है। मजबूत डॉलर भारतीय शेयर मार्केट के लिए विदेशी निवेशकों की रुचि को कम करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह उभरते बाजारों में निवेश को कम आकर्षक बनाता है
नवंबर में चीन की खपत उम्मीद से कहीं ज्यादा कम रही है। खुदरा बिक्री में सिर्फ 3% की वृद्धि हुई, जो अक्टूबर के 4.8% की वृद्धि से काफी कम है। वहीं दूसरी ओर औद्योगिक उत्पादन में साल-दर-साल 5.4% की वृद्धि हुई, जो अक्टूबर के अनुरूप है। यह मंदी वैश्विक कमोडिटी मांग को प्रभावित कर सकती है। इससे भारत में मेटल, एनर्जी और ऑटो सेक्टर के लिए जोखिम पैदा हो सकता है। आज के कारोबार में निफ्टी मेटल और ऑटो सेक्टर में बड़ी गिरावट आई।4. व्यापार घाटा बढ़ना
5. ग्लोबल मार्केट में गिरावट
फेड रिजर्व की बैठक को लेकर दुनिया के दूसरे बाजार भी मंगलवार को सहम गए। जापान के बाहर एशिया-प्रशांत शेयरों के एमएससीआई के व्यापक सूचकांक में 0.3% की गिरावट आई। जापान के निक्केई में 0.15% की गिरावट आई, जबकि वायदा कारोबार ने यूरोपीय शेयर बाजारों के लिए सुस्त शुरुआत का संकेत दिया। यूरोस्टॉक्स 50 वायदा कारोबार में 0.16% की गिरावट आई। वहीं जर्मन DAX वायदा कारोबार में 0.06% की गिरावट आई। FTSE वायदा कारोबार में 0.24% की कमजोरी आई।
Author: kesarianews
Kesaria News has been working since 2013 to deliver authentic and exclusive news and stories to our readers & supporters. To Build The Nation for Truth. #JayHind