विजयपुर में हिंसा क्यों हुई? कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी लगाएगी पता, सरकार को चौतरफा घेरने की हो रही कोशिश

भोपाल: कांग्रेस की स्टेट यूनिट ने विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में आदिवासियों पर चुनाव के बाद कथित हमलों की जांच के लिए शुक्रवार को एक समिति का गठन किया है। इस समिति में विधायक फूल सिंह बरैया, पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव, लोकसभा चुनाव प्रत्याशी सत्यपाल सिंह (नीटू) सिकरवार, प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार और प्रदेश कांग्रेस एसटी विभाग के अध्यक्ष रामू टेकाम भी शामिल हैं।

चुनाव से पहले हुई थी गोलीबारी

कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष (संगठन) राजीव सिंह ने यह जानकारी दी कि यह फैसला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के निर्देशानुसार लिया गया है। दरअसल, विजयपुर में मतदान से एक दिन पहले सोमवार शाम को, राजस्थान के संदिग्ध डकैतों ने धनचया गांव में आदिवासियों पर गोलीबारी की।

चुनाव के बाद भी हुई तोड़फोड़

मंगलवार को मतदान के बाद, उपद्रवियों ने उसी निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत गोहटा गांव में एक दलित बस्ती में घरों में तोड़फोड़ की, उनकी फसलें जला दीं और डॉ. भीमराव अंबेडकर की एक मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया।

कांग्रेस के दबदबे वाली सीट है विजयपुर

2023 के विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत इस सीट से चुनाव जीते थे। रामनिवास रावत यहां से 6 बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। बाद में उन्हें मध्य प्रदेश में मंत्री पद का पद दिया गया। अब वे भाजपा की ओर से विजयपुर सीट पर प्रत्याशी हैं। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा आदिवासी चेहरा हैं। वे पहले भी निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। विजयपुर सीट आदिवासी बाहुल सीट मानी जाती है।

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Author: kesarianews

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