भोपाल। उत्तर भारत की तरफ से लगातार आ रही बर्फीली हवाओं से प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। सोमवार को प्रदेश में सबसे कम 1.9 डिग्री तापमान पचमढ़ी में दर्ज किया गया। 10 शहरों में शीतलहर और दो शहरों में तीव्र शीतलहर रही। छह शहरों में रात का पारा पांच डिग्री से कम रहा। दो दिन बाद हवा का रुख परिवर्तन होने से कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिल सकती है।
इन जिलों में शीत लहर का प्रभाव
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, पचमढ़ी, भोपाल, राजगढ़, खजुराहो, मंडला एवं उमरिया में रात का तापमान पांच डिग्री से कम रहा। भोपाल एवं सीहोर में तीव्र शीतलहर रही। राजगढ़, खंडवा, बड़वानी, पचमढ़ी, शाजापुर, उमरिया, शहडोल, जबलपुर, मंडला एवं सिवनी में शीत लहर का प्रभाव रहा।
ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
वर्तमान में उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम (12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिम से पूर्व की तरफ 240 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं का चलना) बना हुआ है। अंडमान में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। अरब सागर में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है।
पाकिस्तान और उसके आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। पूर्वी राजस्थान और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश पर पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है।
मध्य प्रदेश में ठंड
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक, अभी दो दिन तक उत्तरी हवाओं का प्रवाह बना रहने से ठंड के तेवर तीखे बने रह सकते हैं। उसके बाद हवाओं का रुख पूर्वी होने से ठंड से कुछ राहत मिलने के आसार हैं।
पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान काफी कम है। वहीं से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में ठंड के तेवर तीखे बने हुए हैं। अभी दो दिन तक कड़ाके की ठंड से राहत मिलने की उम्मीद कम है।
Author: kesarianews
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